नमस्ते दोस्तों आज हम बात करेंगे Zombie Virus के बारे में अब आपने Coronavirus के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन आज जिसकी हम बात करने जा रहे हैं वह Zombie Virus और मैं बता दूं कि Scientists ने 48500 साल पुराना जोंबी वायरस डिस्कवर किया है और चलिए हम इसके बारे में कुछ और सटिक जानकारी जान लेते हैं.
What is Zombie Virus & how its can dangerous
तो मैं आपको बता दूं कि यूरोपियन साइंटिस्ट ने 13th जोंबी वायरस डिस्कवर किए हैं साइबेरियन परमाफ्रास्ट रिवर से तो परमाफ्रास्ट तो आपको पता होगा कि वह रिजल्ट जो हर वक्त बर्फ से ढका रहता है उसे परमाफ्रास्ट कहते हैं, जहां पर आप को पूरे साल भर में 0 डिग्री से नीचे सभी चीजें देखने को मिलती हैं और वह हमेशा ICE से ढका रहता है. इन 13th Zombie Virus में से एक वायरस ऐसा है जो 48500 साल पुराना है और जी एक Frozen lake नीचे दबा हुआ था. उसको साइंटिस्ट ने डिस्कवर किया है तो अब आपके मन में यह सवाल भी आया होगा कि इन सब वायरस को निकालने का क्या फायदा है वह सब भी मैं आपको बताऊंगा लेकिन उससे पहले आप अगर आप यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं तो आपको पेपर में यह जरूर पूछा जा सकता है कि जो 48500 साल पुराना जो वायरस था उसका नाम क्या है तो मैं आपको बता दूं कि उसका नाम Pandoravirus yedoma है, तो आपको यह भी पूछा जा सकता है कि यह वायरस किस चीज से रिलेटेड है कहां पर मिला और इस वायरस के बारे में सब कुछ तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें अगर आप यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं तो यह करने की सोच रहे हैं तो, मैं आपको बता दूं कि जो भागती वायरस थे वह भी बहुत साल पुराने है लेकिन यह जो मैं आपको बता रहा हूं सिर्फ यही 48500 साल पुराना है. तो जब से यह खबर आई है पूरे विश्व भर में एक डर का माहौल बन गया है तुम आपको इसके परमानेंट लोकेशन बता दूं कि जहां पर यह मिला था तो रशिया में Siberian रीजन में एक एरिया है उसका नाम YAKUTIA है वहां पर यह मिला था. यह एक Frozen Lake है उसके नीचे यह मिला है और बाकी जो बचे वायरस हैं वह जो Siberian wolf उसके Fur वगैरह में पाए गए हैं तो मैं आपको बता दूं कि पहले का जो रिकॉर्ड था 30000 साल वायरस का वह भी टूट गया है यो उसी टीम ने साइबेरिया में ही 2013 में निकाला था.
Why Is It Called a Zombie Virus ?
तो आपने बहुत सारी फिल्मों में जैसा देखो होगा कि जो जोंबी होते हैं वह एक डेडबॉडी होती है जो जिंदा हो जाती है. तो अब इस खबर को पढ़कर आप यह मत समझ लीजिए कि यह वायरस भी वैसे ही जिंदा हो जाएगा. ऐसा नहीं है लेकिन इसमें यह बताया गया है कि यह जो Zombie Virus है 48500 साल पुराना इतने साल रहकर भी Frozen lake में पड़े रहते हैं तुझे कुछ क्लाइमेटिक कंडीशन की वजह से अलग हो जाते हैं तो यह जो Process है ऐसे ही हम Zombie Virus कहते हैं. मतलब कि तब तक इस वायरस का कोई खतरा नहीं है जब तक वह बर्फ में दफन है, लेकिन आगे चलकर जैसे-जैसे क्लाइमेट चेंज होंगे वह बर्फ से निकलकर बाहर आएंगे तो कोई खतरा हो सकता है उसे हम जोंबी वायरस कहते हैं.
Why has the Zombie Virus been Revived ?
अब आपके मन में यह सवाल आएगा कि आखिर का साइंटिस्ट को इसे बाहर निकालने का क्या कारण है तो यह भी मैं आपको बताता हूं तू जहां पर साइंटिस्ट का कहना है कि जो आगे चलकर भविष्य में डेंजर आएगा उसे हम दिखाने की कोशिश कर रहे हैं तो यहां पर यह मिला था रसिया के Yakutia Alas में यह धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा जैसे-जैसे क्लाइमेट चेंज हो गए बर्फ पिघल जाएगी तो कभी ना कभी वायरस बाहर आएगा तो उससे पहले ही हमें सूचित हो जाना चाहिए तो इसलिए साइंटिस्ट ने कहा है कि हमें क्लाइमेट चेंज के ऊपर जरूर ध्यान करना चाहिए तो जैसे जैसे ही बाहर आएगा वैसे वैसे दुनिया में और खतरे आ सकते हैं जैसे कि अब करोना वायरस आया था. लेकिन यह पक्का है कि जैसे-जैसे आगे भविष्य में गर्मी बढ़ती जाएगी क्लाइमेट चेंज होगा वैसे वैसे ही वायरस जरूर बाहर आएंगे.
Zombie Virus Is Dangerous for Humans ?
देखिए जिन्होंने यह खबर लिखी थी उन्होंने यह कहा है कि यह जो वायरस है वह मनुष्य को जरूर नुकसान पहुंचा सकते हैं जैसे कि 2016 में साइबेरिया में एक बैक्टीरिया निकल कर आ गया था जिसकी वजह से एक बच्चे की मृत्यु हो गई थी और बहुत सारे लोग अस्पतालों में दाखिल हो गए थे क्योंकि तब वहां पर बहुत गर्म हवाएं चली थी तो जिसके कारण इसके एक रीजन की बर्फ पिघल गई थी जिसकी वजह से जो एक हिरण की लाश होती है उसमें से यह बैक्टीरिया निकल आया था तो आगे चलकर ऐसे ही कई तरह के नुकसान और हो सकते हैं तो यह जो अभी वायरस डिस्कवर किए गए हैं तो इनकी खबर पढ़कर हमें घबराना नहीं चाहिए और अब आपको यह नहीं सोचना है कि साइंटिस्ट या रिसर्च ने इसको बाहर निकाल दिया है तो अब यह एटमॉस्फेयर में भूल जाएगा ऐसा नहीं है यह जो भी वायरस निकाला जाता है वह सिर्फ रिसर्च के लिए निकाला जाता है तो अब इसकी वजह से मनुष्य को कोई खतरा नहीं है लेकिन मैं आपको बता दूं कि इस खबर से उनको आगे के लिए सूचित किया जा रहा है.
Viral Spillover
तो यह यूपीएससी के पेपर में पूछ सकते हैं तो जैसा कि आपको पता है फसलों की पैदावार हो रही है यहां प्रजातियां लुप्त हो रही हैं लेकिन उससे ज्यादा खतरा हमें भविष्य में मिलेगा जिसे हम कहते हैं Viral Spillover. तो मैं बता दूं कि जो वायरल स्पिलओवर है कि जैसे जैसे गर्मी बढ़ती जाएगी Equator region मैं तो बहुत सारी प्रजातियां एक जगह से दूसरी जगह जाएंगी. वह नॉर्थन साइड में जाएंगे तो जैसे जैसे इसका भर्ती करने लगेगा तो वायरस खुद ब खुद बाहर आएंगे तो उसे ही कहते हैं वायरल स्पिलओवर.
Western Ghats of India:-
तो कुछ समय पहले ही एक खबर आई थी की पश्चिमी घाट में क्लाइमेट चेंज की वजह से जो जूनोटिक रोग चालू हो सकते हैं जैसे कि आपको पता होगा कि पश्चिमी घाट काफी बड़े एरिया में है गुजरात से लेकर गोवा, महाराष्ट्र कर्नाटका तमिल नाडु और केरला यह 1.40 लाख वर्ग मीटर में फैला हुआ है यानी 1600 किलोमीटर है और आपको बहुत सारे यहां पर जानवर प्रजातियां देखने को मिल जाते हैं और यहां पर बहुत सारा पर्यटन का आना जाना बड़ रहा है लेकिन रिसर्च अ का यह कहना है कि हमें मनुष्य का जंगली जीवो के साथ घूलना मिलना कम करना चाहिए के जितना ज्यादा मनुष्य का जंगली जीवो के साथ इंटरेक्शन होगा उतना ही Viral Spillover की संभावनाएं बढ़ते जाएंगे