Demographic dividend-सबसे पहले तो आप सोच रहे होंगे कि आज ही स्नेह यह कैसा अधिकार लिख दिया लेकिन यूपीएससी की तैयारी करते हैं उन्हें यह पता होगा कि डेमोग्राफिक डिविडेंड क्या है ?
Demographic dividend क्या है ?
Demographic dividend को हम हिंदी में जनसंख्यिकीय लाभांश भी कहते हैं. तो सुनिए जब-जब कार्य शील आयु की आबादी, निर्भरता आबादी से ज्यादा होगी तो वहां Demographic dividend जरूर आएगा. भारत का जो डिपेंडेंसी रेट था वह 2018 में 50 परसेंट से कम हो गया था. तो जैसा आपने बहुत बार सुना होगा यह काम चर्चा है कि किसी भी देश की पूंजी क्या है और आपने सुना होगा कि जो देश का Infrastructure,Airports,Railway station,roads इत्यादि हमारे देश की पूंजी है यह सब कुछ आपने सुना होगा लेकिन आपको यह ध्यान में जरूर रखना चाहिए कि जो देश की पूंजी होती है वह उस देश के लोग होते हैं प्रदेश के जनसंख्या वहां के देश के विकास में अपना योगदान देते हैं ऐसे ही आप किसी भी देश को देख ले वह देश विकसित इसलिए हुआ होगा क्योंकि उस देश के जनसंख्या ने तो देश के विकास के लिए अपना योगदान जरूर दिया होगा. और उस देश ने भी अपनी जनसंख्या के लिए अच्छी सुविधाएं प्रदान की है जैसे शिक्षा की सुविधा आजा फिर स्वास्थ्य की सुविधा इत्यादि. तो आप जान लीजिए कि अगर किसी देश की कार्य शेर आयु आबादी में कोई भी परिवर्तन होता है और तभी इसी के कारण ही और देश की अर्थव्यवस्था में अच्छा फर्क पड़ता है. तो उसे हम कहते हैं Demographic dividend.
Demographic dividend in India ?
अब हमको डाटा की मदद से देखते हैं कि भारत में जनसंख्यिकीय लाभांश है या फिर नहीं है.
- तो संयुक्त राष्ट्र के द्वारा 2019 में एक रिपोर्ट जारी की गई थी जिसका नाम था विशभ जनसंख्या संभावना और इसमें संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 2050 तक यानि आगे आने वाले 30 वर्षों तक दुनिया की आबादी में 2 अरब लोगों की बढ़ोतरी होगी. जो वर्तमान की आबादी 7.7 से बढ़कर 9.7 अरब हो जाएगी.
- लेकिन अगर हम भारत की बात करें तो वह 2027 तक चीन देश को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा.
- तो अप्रैल महीने में भारतीय उद्योग परिसंघ के द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई थी,Demographic dividend के आधार पर तो इन्होंने संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के आधार पर ही कहा है कि हमारे देश में 2020 से 50 तक की जो पहले कार्य आबादी थी उसमें 183 मिलियन लोगों को वह जोड़ेंगे.
- सीआईआई की रिपोर्ट के अनुसार आने वाले 3 दशकों तक भारत जो है पूरे देश में वैश्विक कार्यकाल का 22% Produce करेगा.
अब इस बात से यह पता चल जाता है कि जो हमारे देश में है वह कामकाजी आबादी की कमी नहीं है.
- इसी रिपोर्ट में सीआईआई ने कहा है कि यदि भारत पर्याप्त रोजगार सृजित नहीं कर सकता और उसके कर्मचारी उन नौकरियों के लिए तैयार नहीं है तो इसका Demographic dividend भार के रूप में बदल सकता है.
- और सीआईआई का कहना है कि अगर हमें Demographic dividend का लाभ उठाना है तो हमें शिक्षा और कौशल विकास पर बहुत ध्यान देना होगा.
- अब 2022 के अनुसार,ए डाटा द हिंदू में भी छपा था, 2022 तक भारत की औसत आयु 28 वर्ष होगी इसकी तुलना में तीन और संयुक्त राज्य अमेरिका में 37 वर्ष, पश्चिमी यूरोप में 45 वर्ष और जापान में 49.
- कहा जाता है कि 2050 तक भारत के पास ऐसा ही अफसर होगा.
- तो एक ऐसा भी रिपोर्ट आया था कि 2005 से 2055-56 तक भारत में युवाओं की आबादी सबसे ज्यादा होगी.
- CII की रिपोर्ट के अनुसार 2020 से 2030 तक इन 10 सालों में भारत से एक से एक मिलियन लोग कार्यशील आबादी में जुड़ेंगे.
- 2030 और 2040 के बीच में हमारे देश में 61 मिलियन लोग जुड़ेंगे. और 2040 और 2050 के बीच में 21 मिलियन लोग जुड़ेंगे.
Demographic dividend Profit & Challenges:
- युवाओं को अच्छी शिक्षा स्वास्थ्य सुविधाएं देंगे तो वह अपनी प्रोडक्टिविटी देंगे. जैसे बाहर ले देश की कंपनियां भारत में इसलिए आते हैं क्योंकि वह सोचते हैं कि भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा होगा. और भारत में एक trained युवा मिलेगा.
- लेकिन यदि हम अपने देश के युवाओं के लिए शिक्षा सुविधा अच्छी नहीं देंगे स्वास्थ्य सुविधा अच्छी नहीं देंगे बिजली टाइम पर नहीं देंगे और इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा नहीं बनाएंगे तो जो Demographic dividend हमें देना चाहिए वह हमें नहीं मिलेगा और यही जनसंख्या हमारे लिए भार बन जाएगी.
- यूनिसेफ की रिपोर्ट के 2019 अनुसार 47% लोग 2030 तक रोजगार आवश्यक की राह पर होगें.
- अब भारत के 95% बच्चे स्कूलों में दाखिला लेते हैं लेकिन बहुत ज्यादा गरीबी होने के कारण स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर ढांचे इत्यादि ना होने के कारण अपनी पढ़ाई को बीच में ही छोड़ देते हैं यह एक बहुत बड़ी कमी है.
- एक रिपोर्ट के अनुसार 2019 में भारत के 542 मिलियन मजबूत कार्यबल लोगों में से 70 मिनियन लोगों के पास ही एक कौशल है.
- फुल कार्यबल में से चीन के पास 24% है, संयुक्त राज्य अमेरिका के पास 52% है, ब्रिटेन के पास 68% प्रतिशत है, जापान के पास 80% है लेकिन भारत के पास से 3% है.
- बढ़ती महिला साक्षरता, विपणन योग्यता में कोई तब्दीली नहीं हो रहा है
- वर्चुअल कक्षा डिजिटल प्रशासन और व्यवसायिक शिक्षा उन्हें समकालीन व्यवसाय तक पहुंचने में मदद करेगी.
- अर्थव्यवस्था में मंदिर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल को वहनीय नहीं रह गया है.
- अब जब से यह Corona की बीमारी है यह तब से लोगों की आमदन में बहुत फर्क है और यह देखा जा रहा है कि तब से बहुत लोग निजी अस्पतालों का लाभ नहीं उठा रहे और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों की तरफ बढ़ रहे हैं.
- भारत में बुजुर्गों की आबादी 2011 से 8.6% से बढ़कर 2040 तक 16% होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
Demographic Transition:
- राष्ट्रीय संख्यिकी कार्यालय के अनुसार 60 वर्ष से अधिक आयु का अनुमान समग्र रूप से 2011 में भारत के लिए 8.6 प्रतिशत था, केरल के लिए यह 12.6 प्रतिशत और तमिलनाडु के लिए यह 10.7 प्रतिशत था.
- जो आगे 2031 तक बढ़कर 20.9 प्रतिशत और 18.2% होने का अनुमान लगाया है.
Now what we do:
- ऐसी चुनौतियों को पार करने के लिए युवाओं को कौशल छात्रवृत्ति आदि दी जा सकती हैं.
- अपूर्ति आधारित से मांग आधारित कौशल प्रणाली.